1. नकली रेमडेसिविर के पैकेट पर इंजेक्शन के नाम से ठीक पहले ‘Rx‘ नहीं लिखा हुआ है.
2. पैकेज पर लिखी गई तीसरी लाइन में एक कैपिटलाइजेशन एरर है. असली पैकेट पर ‘100 mg/Vial’ लिखा हुआ है, जबकि नकली पैकेट पर ‘100 mg/vial’ लिखा हुआ है.
3. प्रोडक्ट के ब्रांड नेम में भी एरर है. नकली और असली रेमडेसिविर इंजेक्शन के पैकेट पर अंतर को नोट करें. नकली पैकेट पर ब्रांड नाम के नीचे ‘Vial/vial’ में एक और एरर है.
4. नकली रेमडेसिविर के पैकेट पर एक और कैपिटलाइजेशन एरर है. असली पैकेट पर ‘For use in’ लिखा हुआ है और नकली पैकेट पर ‘for use in’ लिखा हुआ है.
5. असली पैकेट के पीछे चेतावनी लेबल (‘Warning’ Label) लाल रंग में है, जबकि नकली पैकेट पर ‘Warning’ लेबल काले रंग में है.
6. नकली रेमडेसिविर के पैकेट पर ‘Warning’ लेबल के ठीक नीचे मुख्य सूचना ‘Covifir’ (ब्रांड नाम) is manufactured under the licence from Gilead Sciences, Inc’ नहीं लिखी हुई है.
7. दवा बनाने वाली कंपनी, हेटेरो लैब्स की पहचान करने वाले टेक्स्ट में भी कैपिटलाइजेशन एरर है. नकली रेमडेसिविर पैकेट में ‘India’ की जगह ‘india’ लिखा हुआ है.
8. नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन वाले पैकेट पर पूरे पते (Address) में स्पेलिंग मिस्टेक हैं. जैसे नकली पैकेट पर ‘Telangana‘ की जगह ‘Telagana‘ लिखा हुआ है. इस तरह, आप देख सकते हैं कि असली और नकली पैक्ट्स में किस तरह के बारीक अंतर छिपे हुए होते हैं. इन पॉइंट्स की मदद से आप असली और नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की पहचान कर सकते हैं.
Posted By :
Varu bansal
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2021-04-27 01:55
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