इस दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करके साफ वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद एक साफ-सुथरी जगह पर एक सफेद कपड़ा बिछाकर व्यास पीठ का निर्माण करें। फिर गुरु व्यास की मूर्ति उस पर स्थापित करें और उन्हें रोली, चंदन, फूल, फल और प्रसाद अर्पित करें। ‘गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये’ मंत्र का जाप करें। सूर्य मंत्र का जाप करें। फिर अपने गुरु का ध्यान करें। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा भी जरूर करें। आटे की पंजीरी बनाकर इसका भोग लगाएं।
Posted By :
Varu bansal
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2021-07-23 16:54
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